महमूद गजनवी के बारे में जाने History Gk for all government competitive exams.
· 932 ई. में अल्पगीन नामक एक तुर्क सरदार 'गज़नी' साम्राज्य की स्थापना की, जिसकी राजधानी गजनी थी |महमूद गजनवी, गजनी का शासक था वह सुबुक्तगीन का पुत्र था | अपने पिता के काल में महमूद गजनवी खुरासान का शासक था |
महमूद गजनवी 27 वर्ष की अवस्था में 998 ई. में गद्दी पर बैठा |
भारत की धन-संपत्ति से आकर्षित होकर, गजनवी ने भारत पर कई बार आक्रमण किए | वास्तव में गजनवी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किया | उसके आक्रमण का मुख्य मकसद भारत की संपत्ति को लूटना था |
'सुल्तान' की उपाधि धारण करने वाला प्रथम शासक महमूद गजनी था |
महमूद के सेना में सुंदर एवं तिलक जैसे हिन्दू उच्च पदों पर आसीन थे |
अलबरूनी, फिरदौसी, उत्वी तथा फरुखी महमूद गजनवी के दरबार में रहते थे |
महमूद गजनवी ने क्यूँ
भारत पर हमले किए ?
वह भारत की अधिक धन
संपत्ति से आकर्षित था | इसी
कारण उसने भारत पर एक के बाद एक हमले किए | इसने भारत पर आक्रमण
के दौरान धार्मिक आयाम को भी जोड़ा | गजनी ने सोमनाथ, कांगड़ा, मथुरा और ज्वालामुखी के मंदिरों को नष्ट कर के
“मूर्ति तोड़” के रूप में नाम कमाना चाहा
|
1000 AD में महमूद गजनी के आक्रमण : महमूद गजनी ने पहली बार 1000 AD में आधुनिक अफ़्गानिस्तान और पाकिस्तान
पर हमला किया था | इसने हिन्दू शासक जय पाल को पराजित किया जिसने
बाद में आत्महत्या कर ली और उसका पुत्र आनंदपाल उसका उत्तराधिकारी बना |
- गजनी ने भाटिया पर 1005 AD में
आक्रमण किया |
- गजनी ने मुल्तान पर 1006 AD में हमला किया | इसी दौरान आनंदपाल
ने उस पर हमला किया |
- गजनी के महमूद ने भटिंडा के शासक सुखपाल पर 1007 AD में हमला किया और उसे कुचल दिया |
- गजनी ने पंजाब के पहाड़ियों में नगरकोट पर 1011 AD में हमला किया |
- महमूद ने, आनंदपाल के
शाही राज्य पर आक्रमण किया और उसे वैहिंद के युद्ध में, पेशावर के निकट हिन्द शाही राजधानी में
1013 AD में हरा दिया |
- गजनी के महमूद ने 1014 AD में थानेसर पर कब्जा कर लिया |
- गजनी के महमूद ने 1015 AD में कश्मीर पर आक्रमण किया |
- इसने 1018 AD में मथुरा पर आक्रमण किया और शासकों के गठबंधन को हरा दिया, जिसमे चन्द्र पाल नाम का शासक भी था
|
- महमूद ने 1021 AD में
कनौज के राजा चन्देल्ला गौड़ को हराकर, कनौज को जीत लिया
|
- महमूद गजनी
के द्वारा ग्वालियर पर 1023 AD में हमला हुआ और उस पर कब्जा
कर लिया |
- महमूद गजनी ने 1025 AD में
सोमनाथ मंदिर पर हमला किया ताकि मंदिर के अंदर की धन संपत्ति को लूट कर एकत्रित
कर सके |
- अपने आखिरी आक्रमण के दौरान मलेरिया के कारण महमूद गजनवी की 1030 AD में मृत्यु हो गई |
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